तुम मुझसे मिलने आ जाओ
दूर बहुत हो भान है मुझको
फिर भी ये अरमान है मुझको
सपनो में ही आकर मुझपर
प्रेम सुधा बरसा जाओ
तुम मुझसे मिलने आ जाओ
याद तुम्हारी है जीवन में
फिर भी कुछ खली है मन में
लेकर अपने आलिंगन में
प्रेम छवि अंकित कर जाओ
तुम मुझसे मिलने आ जाओ
जीवन में अवसाद भरा है
वक़्त का पहिया घूम रहा है
चिता में जलने से पहले
धुल में मिलने से पहले
अपनी छवि दिखला जाओ
तुम मुझसे मिलने आ जाओ
दूर बहुत हो भान है मुझको
फिर भी ये अरमान है मुझको
सपनो में ही आकर मुझपर
प्रेम सुधा बरसा जाओ
तुम मुझसे मिलने आ जाओ
याद तुम्हारी है जीवन में
फिर भी कुछ खली है मन में
लेकर अपने आलिंगन में
प्रेम छवि अंकित कर जाओ
तुम मुझसे मिलने आ जाओ
जीवन में अवसाद भरा है
वक़्त का पहिया घूम रहा है
चिता में जलने से पहले
धुल में मिलने से पहले
अपनी छवि दिखला जाओ
तुम मुझसे मिलने आ जाओ
अनुपम भाव संयोजन ....
जवाब देंहटाएंअत्यंत ही सरल भाष में दिल की टीस सामने रख दी. ५/५ आपकी इस रचना के लिए.
जवाब देंहटाएंgazab ki abhiwayakti .....
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