सोमवार, 30 मई 2016

और आज फिर उसके अंदर एक इंसान की मौत हो जाती है

वो अक्सर धुएं में खो जाता है जैसे  धुएं में उसे सुकून मिलाता हो जैसे सिगरेट ही उसके सुख दुःख का साथी हो।  ......और करता भी क्या जब इंजीनियरिंग कर रहा था तो उसे लगा था नौकरी जल्दी मिल जाएगी इसलिए मन लगा के पढ़ाई करी , अपने  कॉलेज में टॉप किया पर कुछ नहीं हुआ । जिस वर्ष कैंपस होने वाला था उस वर्ष रिसेशन आ गया कोई कंपनी नहीं आई , जिनके पास जुगाड़ था उन्ही का प्लेसमेंट हुआ मतलब उन्ही को नौकरी मिली । आज पुरे एक साल हो गए थे नौकरी ढूंढते - ढूंढते , पर अब तक निराशा ही हाँथ लगी थी । बड़ी देर से इंतज़ार कर रहा था आज अपने साथ ही पढ़ने वाले एक मित्र का जिसने बोला था आज मिलने को और नौकरी के सिलसिले में कुछ बात करने को । वो  इंतज़ार कर रहा था , कभी सड़क के इस तरफ तो कभी सड़क के उस तरफ , नज़रे उठा कर दूर तक देखने की कोशिश करता फिर इधर उधर घूमने लगता । किसी का इंतज़ार , आपको बेचैन कर देती है , इसी बेचैनी को सिगरेट कम  करती है , वह इधर उधर देखता है फिर बेचैनी , जेब टटोलता है एक ही सिगरेट बची थी पीते हुए सोचने लगता है काफी देर हो गयी घर की तरफ चल पड़ता है , पर घर पहुंचने से पहले घर पर पीने  के लिए एक दो सिगरेट और ले लेना चाहता है पास की एक दूकान की तरफ बढ़ लेता है रस्ते में एक मर्गिल्ली सी भिखारिन रिरियाने लगी , ये बाबू कुछ खाये के दे दो , बहुत भूख लगा बा , दे दो बाबू जी नाही ता हम भूखे मर जाईब । वो रुक कर अपना जेब देखता है, सिर्फ एक सिगरेट के  पैसे थे उसमे , उसने सोचा अगर इसे दे दिया तो सिगरेट नहीं ले पाउँगा और फिर ये तो भिखारन है इसे कोई न कोई तो दे ही देगा । वह मुंह दूसरी तरफ करके चल देता है , भिखारिन अभी भी रिरिया रही थी । उसने अगली दूकान से सिगरेट ली और घर की बढ़ गया , नींद नहीं आ रही थी सिगरेट पीता है और सोचने लगता है कहाँ चूक हो गयी उससे जो अभी तक बेरोजगार है , सोचते सोचते उसे कब नींद आ गयी पता ही नहीं चला । सुबह उठा सिगरेट नहीं थी तो उठ कर दूकान की तरफ बढ़ लिया देखा गली में काफी भीड़ लगी हुई थी उसने दुकानदार से सिगरेट मांगी और पूछा क्या हुआ , दुकानदार ने बताया एक भिखारिन मर गयी है। बीते शाम की सारी घटनाएं उसके दिमाग में कौंध जाती है फिर वही बेचैनी , वो सिगरेट का पैकेट लेता  है और घर को चल देता है । घर पहुँच कर लगातार इधर उधर टहलते हुए एक के बाद एक सिगरेट पीता है । पछतावा होता है उसे और झुंझलाता है अपने पर , एक सिगरेट की कीमत किसी की जिंदगी से ज्यादा हो गयी आज । फिर एक सिगरेट जलाता है और बैठ जाता है .. और आज फिर उसके अंदर एक इंसान की मौत हो जाती है........ 

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